पहली बार राखी कब बांधी गई थी










पुराणों से भी पुरानी राखी की परंपरा जानिए कैसे शुरू हुआ रक्षाबंधन का त्योहार 

जानिए रक्षाबंधन का इतिहास 

श्रावण मास की पूर्णिमा जब उत्तर भारत के लगभग घर-घर में 

बहने अपने भाइयों की कलाई पर एक रक्षा सूत्र लेकर उन्हें यह संकल्प दिलाती हैं कि वे उनकी हमेशा रक्षा करेंगे 

रक्षाबंधन या राखी की इस परंपरा की शुरुआत कहां से हुई है 

पहली बार किसने किस को   राखी  बांध थी


पुराणों से पुरानी राखी की परंपरा 

कोई भी पर्व कैसे शुरू हुआ इसे समझने  के दो जरिए होते हैं 


(1)पहला वेदों पुराणों या किसी धार्मिक ग्रंथ में त्योहारों से जुडी कथाएं बताती हैं कि ये मनाया जाता है 

(2) कुछ लोक परंपराओं का सीधा जिक्र किसी ग्रंथ में नहीं मिलता । ये सिर्फ इतिहास में दिख जाति हैं 

रक्षाबंधन का जिक्र भी किसी प्राचीन ग्रंथ में सीधे तौरपर नहीं मिलता लेकिन इससे जुड़े स्लोक और कुछ कथाएं अलग-अलग पुराणों में मिलती हैं 

यगोपवित जुड़ा है राखी त्यौहार 







शास्त्रों के मुताबिक हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा पर यग्गोपवित जनेऊ को बदला जाना चाहिए 

आज कई राज्यों में श्रावण मास की पूर्णिमा पर बह्मांड वर्ग

यग्गोपवित बदलने का अनुष्ठान करता है लेकिन यग्गोपवित 

समाज के उच्च वर्ग के लोग ही धारण करते है 

लोक परंपरा के मुताबिक जिस दिन उच्च वर्ग यग्गोपवित बदलते उसी दिन समाज के बाकी वर्गों में बहने अपने भाइयों की कलाई पर एक धागा बांधती हर साल इसी दिन पुराना धागा खोलकर नया धागा बांधा जाता हैं 

ये लोक परंपरा कब शुरू हुई इसका पता लगना बहुत मुश्किल है






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